भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव खत्म करने में अपनी भूमिका को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है। व्हाइट हाउस में कैबिनेट बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत पाक के बीच संभावित परमाणु टकराव को रोकने के लिए सीधी दखल दी थी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी। ट्रंप ने दावा किया कि मैंने पीएम मोदी से कहा कि मैं एक शानदार इंसान से बात कर रहा हूं। फिर मैंने पाकिस्तान से बात की और कहा कि अगर तनाव जारी रखा तो अमेरिका कोई व्यापार समझौता नहीं करेगा। बल्कि इतना ऊंचा टैरिफ लगाएगा कि उनका सिर घूम जाएगा।
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अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि पाकिस्तान को समझाने के लिए उन्होंने कड़ा रुख अपनाया। ट्रंप ने आगे कहा कि मैंने पाकिस्तान से कहा कि आप व्यापाक की बात कर रहे हो। जबकि भारत से युद्ध की तैयारी। मैंने साफ कह दिया कि न तो व्यापार होगा और न कोई डील। फिर पांच घंटे के भीतर मामला शांत हो गया।
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अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी लंबे समय से चला आ रहा है, कभी-कभी सैकड़ों वर्षों से अलग-अलग नामों से। भारत और पाकिस्तान 1947 में ही स्वतंत्र राज्य बने, जब अंग्रेजों ने भारतीय उपमहाद्वीप पर अपने 200 साल लंबे शासन को समाप्त करने और इसे दो अलग-अलग राष्ट्रों में विभाजित करने का फैसला किया। इससे पहले, यह क्षेत्र कई छोटे-छोटे राज्यों में विभाजित था। ट्रंप ने दावा किया कि दोनों एशियाई पड़ोसियों के बीच शांति स्थापित करने के लिए, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को धमकी दी कि वाशिंगटन व्यापार रोक देगा और नई दिल्ली पर ऊँचे टैरिफ लगा देगा।
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उन्होंने कहा कि मैंने कहा, मैं आपके साथ कोई व्यापार समझौता नहीं करना चाहता…आप लोग परमाणु युद्ध में उलझ जाएँगे…मैंने कहा, कल मुझे फिर से फ़ोन करो, लेकिन हम आपके साथ कोई समझौता नहीं करेंगे, वरना हम आप पर इतने ऊँचे टैरिफ लगा देंगे कि आपका सिर घूम जाएगा। रिपब्लिकन ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी बातचीत के “पाँच घंटे” के भीतर नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच शांति समझौता हो गया।
		