ऑपरेशन सिंदूर के बाद मई महीने के आखिरी दिनों में पाकिस्तान में एक के बाद एक तीन रहस्यमई भूकंप के झटके आए। भूकंप का पहला झटका 27 मई को आया जो 4.2 मैग्नीट्यूड का था। इसके बाद पाकिस्तान में 29 मई को दोबारा भूकंप आया जो 4.4 मैग्नीट्यूड का था। और आखिर में 30 मई को पाकिस्तान में तीसरा भूकंप आया जो 4.2 मैग्नीट्यूड का था। वैसे तो भूकंप एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन कई बार भूकंप मैनमेड यानी मानव निर्मित भी हो सकते हैं जो परमाणु परीक्षण के दौरान पैदा होते हैं। हम यह आपको इसलिए बता रहे हैं क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को लेकर एक होश उड़ा देने वाला खुलासा किया है। इस खुलासे से डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को भी धमकी देने की कोशिश की है। एक इंटरव्यू के दौरान ट्रंप ने कहा है कि रूस, पाकिस्तान और चीन गुप्त परमाणु परीक्षण कर रहे हैं।
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बस बात यह है कि दुनिया को इसके बारे में पता नहीं चल रहा। ट्रंप ने पहली बार खुलकर कह दिया है कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद परमाणु परीक्षण किए हैं। डॉन्ड ट्रंप ने कहा कि कई बार न्यूक्लियर टेस्ट से जबरदस्त वाइब्रेशन पैदा होती है। लेकिन उन्हें लोग नजरअंदाज कर देते हैं। यानी ट्रंप बोलने की कोशिश कर रहे हैं कि लोग न्यूक्लियर टेस्ट की वाइब्रेशन को भूकंप समझ लेते हैं। ऐसे में अब या तो डोनाल्ड ट्रंप अपनी फितरत के हिसाब से बहुत बड़ा झूठ बोल रहे हैं या उन्होंने भारत को सही में चेतावनी देने के लिए बता दिया है कि हमने पाकिस्तान को परमाणु परीक्षण में मदद दे दी है।
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ट्रंप ने विवार को सीबीएस न्यूज की नोरा ओ डोनेल को दिये एक एक साक्षात्कार में रूस, चीन, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान को परमाणु हथियार परीक्षण करने वाले देश बताया। उन्होंने कहा, ‘‘रूस और चीन परीक्षण कर रहे हैं, लेकिन वे इसके बारे में बात नहीं करते। आप जानते हैं, हम एक खुला समाज हैं। हम अलग हैं। हम इसके बारे में बात करते हैं… हम परीक्षण करेंगे, क्योंकि वे परीक्षण करते हैं और दूसरे भी परीक्षण करते हैं।’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से उत्तर कोरिया परीक्षण कर रहा है। पाकिस्तान भी परीक्षण कर रहा है।’ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले सप्ताह कहा था कि रूस ने पोसाइडन परमाणु-सक्षम ‘सुपर टॉरपीडो’ का परीक्षण किया है। ट्रंप ने अपने वक्तव्य में परमाणु हथियारों के परीक्षण की प्रक्रिया पुनः शुरू करने के अपने निर्णय को दृढ़तापूर्वक उचित ठहराया। उन्होंने कहा कि हथियारों की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए परीक्षण आवश्यक है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘वे (दूसरे देश) परीक्षण करते हैं, और हम परीक्षण नहीं करते। हमें परीक्षण करना ही होगा।
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रूस ने भी कुछ दिन पहले थोड़ी धमकी दी थी जब उसने कहा था कि वे कुछ अलग स्तर के परीक्षण करने वाले हैं। लेकिन रूस परीक्षण करता है, चीन परीक्षण करता है, और हम भी परीक्षण करने वाले हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप परमाणु हथियार बनाते हैं और फिर उनका परीक्षण नहीं करते। आप ऐसा कैसे करेंगे? आपको कैसे पता चलेगा कि वे काम करते हैं या नहीं?’’ अमेरिकी मीडिया के मुताबिक अमेरिका की सेना नियमित रूप से अपनी उन मिसाइलों का परीक्षण करती है जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं, लेकिन उसने 1992 के बाद से परमाणु हथियारों का वास्तविक परीक्षण नहीं किया है। ट्रंप ने सीबीएस न्यूज को दिये साक्षात्कार में एक बार फिर मई में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष तथा सात अन्य संघर्षों को रोकने का श्रेय लिया।
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आप ध्यान दीजिए कि भारत ने मई के अंत से ही बयान देने शुरू कर दिए थे कि हम न्यूक्लियर धमकी से डरते नहीं है। पाकिस्तान जैसे देश को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। पाकिस्तान के आका को भी छोड़ा नहीं जाएगा। कई बार तो पीएम मोदी भी यही बयान दे चुके हैं। भारत लगातार यह भी बोल रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। भारतीय सेना को बार-बार कहा जा रहा है कि जंग के लिए तैयार रहिए। सेना को रात में लड़ने और बड़े ऑपरेशन की प्रैक्टिस कराई जा रही है। भारत लगातार मिसाइल परीक्षण और पाकिस्तान के पास मेगा मिलिट्री ड्रिल्स कर रहा है।
		