प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत में बनी पहली सेमीकंडक्टर चिप इस साल के अंत तक बाजार में आ जाएगी।
मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि छह सेमीकंडक्टर इकाइयां पहले ही स्थापित हो चुकी हैं और चार नई इकाइयों को हरी झंडी मिल गई है।
उन्होंने कहा, इस साल के अंत तक भारत में बनी, भारत के लोगों द्वारा बनी चिप बाजार में आ जाएगी।
2047 तक परमाणु ऊर्जा में दस गुना वृद्धि का लक्ष्य: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत 10 नए परमाणु रिएक्टरों पर तेजी से काम कर रहा है और देश ने अपनी परमाणु ऊर्जा क्षमता को 2047 तक दस गुना बढ़ाने का संकल्प लिया है। स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ी पहल कर रहा है। उन्होंने कहा, 10 नए परमाणु रिएक्टरों पर तेजी से काम चल रहा है और 2047 तक हमने अपनी परमाणु ऊर्जा क्षमता को दस गुना बढ़ाने का संकल्प लिया है… हम परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में बड़े सुधार ला रहे हैं। मोदी ने कहा, हम अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए कई देशों पर बहुत अधिक निर्भर हैं, चाहे वह पेट्रोल हो, डीजल हो या गैस… हमें इनके आयात पर अरबों रुपये खर्च करने पड़ते हैं। इस संबंध में देश को आत्मनिर्भर बनाना बहुत जरूरी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में सौर ऊर्जा क्षमता 30 गुना बढ़ गई है। उन्होंने कहा, हम नए बांध बना रहे हैं ताकि जलविद्युत का विस्तार किया जा सके और स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने आगे कहा कि भारत हाइड्रोजन मिशन में भी हजारों करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है।
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भारत अपना अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की दिशा में काम कर रहा है: मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कहा कि भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने और अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘देश को हमारे अंतरिक्ष क्षेत्र पर गर्व है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष स्टेशन से वापस आ गए हैं… आने वाले दिनों में वह भारत लौट आएंगे।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम कर रहा है और गगनयान के प्रक्षेपण की तैयारी कर रहा है। गगनयान भारत का प्रमुख मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम है। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन बनाएंगे।’’
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प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हाल के दिनों में लाए गए सुधारों ने 300 से अधिक स्टार्ट-अप को सक्षम बनाया है जो अंतरिक्ष क्षेत्र में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हजारों युवा इस पर काम कर रहे हैं। यह हमारे युवाओं की शक्ति है… यह हमारे युवाओं में हमारा विश्वास है।’’ शुभांशु शुक्ला 25 जून 2025 को एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष में गए थे। वह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिन रहे और 15 जुलाई को वापस लौटे।भारतीय वायु सेना में ग्रुप कैप्टन और लखनऊ के मूल निवासी शुक्ला, राकेश शर्मा के 1984 के मिशन के बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय और आईएसएस का दौरा करने वाले पहले भारतीय हैं। भारतीय वायुसेना के 39 वर्षीय अधिकारी और टेस्ट पायलट शुक्ला ने ‘एक्सिओम-4’ मिशन के तहत अपनी पहली अंतरिक्ष यात्रा पूरी की। यह एक वाणिज्यिक अंतरिक्ष उड़ान थी, जिसे इसरो और नासा का समर्थन प्राप्त था तथा इसे एक्सिओम स्पेस द्वारा संचालित किया गया।
स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री ने संविधान निर्माताओं को याद किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को लाल किले की प्राचीर से 79वें स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने वाले दूरदर्शी महापुरुषों को श्रद्धांजलि दी और इसे आकार देने में भूमिका निभाने वाली महिलाओं को विशेष रूप से याद किया। प्रधानमंत्री ने संविधान सभा की महिला सदस्यों के योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘‘संविधान निर्माण में हमारी नारी शक्ति ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हंसा मेहता और दक्षायनी वेलायुधन जैसी नेत्रियों ने भारत के संविधान को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।’’ मोदी ने संविधान तैयार करने में डॉ. राजेंद्र प्रसाद, बाबासाहेब बी.आर. आंबेडकर, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जैसे महापुरुषों के योगदान को भी याद किया।