आज के समय में रिफाइंड शुगर यानी की सफेद चीनी हमारी डेली लाइफ में शामिल हो चुकी है। सुबह की चाय से लेकर बिस्किट, मिठाइयों, ब्रेड, सॉस, मिठाइयों और यहां तक कि हेल्दी लगने वाले स्नैक्स तक में चीनी मौजूद होती है। अधिक शुगर का सेवन करने से न सिर्फ वेट बढ़ता है, बल्कि यह दिमाग, स्किन, नींद और पूरी सेहत पर भी बुरा असर डालता है। लेकिन अगर आप 30 दिनों तक सिर्फ रिफाइंड शुगर छोड़ देते हैं, तो आपके शरीर में हैरान कर देने वाले बदलाव आएंगे। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको 30 दिन रिफाइंड शुगर छोड़ने के फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं।
वेट लॉस और कमर की चर्बी में कमी
शुगर कैलोरी से भरपूर होती है, लेकिन इसमें पोषण शून्य होता है। इसको छोड़ने से शरीर जमा फैट को जलाना शुरू करता है। इससे वेट तेजी से घटता है, खासतौर पर पेट और कमर की चर्बी में फर्क दिखने लगता है।
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एनर्जी लेवल में सुधार
शुगर से मिलने वाली एनर्जी थोड़ी देर के लिए होती है और फिर थकान महसूस होती है। शुगर छोड़ने पर शरीर स्थायी एनर्जी पैदा करता है, जिससे आप दिनभर एक्टिव और फ्रेश फील करते हैं।
स्किन में आएगा निखार
रिफाइंड शुगर त्वचा में कोलेजन को नुकसान पहुंचाता है। जिससे डलनेस, झुर्रियां और पिंपल्स बढ़ते हैं। शुगर से दूरी बनाने के बाद स्किन में फर्मनेस, ग्लो और क्लियरनेस आने लगती है।
बढ़ेगा दिमागी स्पष्टता और फोकस
शुगर का ज्यादा सेवन मानसिक फॉग और फोकस की कमी पैदा करता है। 30 दिनों तक शुगर न लेने से दिमाग अधिक तेज, केंद्रित और शांत महसूस करता है।
बेहतर होगी नींद की क्वालिटी
शुगर का सेवन हमारे शरीर के हार्मोन बैलेंस को बिगाड़ती है। जिस वजह से नींद में खलल पड़ता है। शुगर न लेने से नींद सुकूनभरी और गहरी हो जाती है।
मूड में स्थिरता और स्ट्रेस में कमी
बता दें कि शुगर का सेवन करने से डोपामिन में असंतुलन आता है। जिस कारण मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन होता है। लेकिन शुगर न लेने पर मूड शांत और पॉजिटिव रहता है।
डायबिटीज और हार्ट डिजीज का कम खतरा
रिफाइंड शुगर का सेवन न करने से इंसुलिन और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। जिससे टाइप 2 डायबिटीज और हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है।
आप सिर्फ 30 दिन चीनी छोड़कर देखिए, इससे आपका मनोस्थिति, सेहत और रूप में ऐसा बदलाव आएगा कि आप खुद को पहले से ज्यादा खुश, हेल्दी और एनर्जेटिक महसूस कर पाएंगे। यह एक ऐसा चैलेंज है, जो आपकी जिंदगी को बदल सकता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
