मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संतोष अय्यर ने मंगलवार को कहा कि कंपनी यूरो के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए अगले कैलेंडर वर्ष में हर तिमाही में अपने उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रही है।
कंपनी पहले ही एक जनवरी 2026 से अपने वाहनों की कीमतों में दो प्रतिशत तक की वृद्धि करने की योजना की घोषणा कर चुकी है।
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मूल्य समायोजन मौजूदा विदेशी मुद्रा चुनौतियों को दर्शाता है क्योंकि यूरो-रुपये की विनिमय दर 2025 में लगातार 100 रुपये के निशान से ऊपर बनी हुई है जो ऐतिहासिक औसत से काफी अधिक है।
अय्यर ने यहां ‘फिक्की मर्सिडीज-बेंज भारत इनोवेशन बिजनेस आइडिया चैलेंज प्रोग्राम’ की शुरुआत के मौके पर ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में कहा, ‘‘ हम अगले साल हर तिमाही में कीमतों में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रहे हैं और इसका कारण यूरो के मुकाबले रुपये में गिरावट है।’’
उन्होंने बताया कि करीब 18 महीने पहले विनिमय मूल्य 89 रुपये प्रति यूरो था और अब यह लगभग 104-105 रुपये है।
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अय्यर ने कहा, ‘‘ यह 15-18 प्रतिशत से अधिक की गिरावट है।’’
कंपनी ने हालांकि जनवरी से कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा पहले ही कर दी है, लेकिन अय्यर ने कहा कि ‘‘ भारी मूल्यह्रास की भरपाई के लिए ’’ बाद में और भी बढ़ोतरी की जाएगी।
अय्यर ने कहा कि रुपये में गिरावट और मूल्य वृद्धि के प्रभाव में 10-15 प्रतिशत से अधिक का अंतर है।
उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए हम मूल्य वृद्धि को धीरे-धीरे लागू कर रहे हैं, अन्यथा मांग भी प्रभावित हो सकती है।’’
अय्यर ने कहा कि हालांकि कंपनी ने 2026 की प्रत्येक तिमाही में अपेक्षित मूल्य वृद्धि की मात्रा को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया है लेकिन यह प्रत्येक तिमाही में करीब दो प्रतिशत हो सकती है।
