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प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा कि जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने और बाढ़ से प्रभावित सभी लोगों के प्रति मेरी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएँ। स्थिति पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। बचाव और राहत अभियान जारी है। ज़रूरतमंदों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के चोसिटी गाँव में गुरुवार को हुए भीषण बादल फटने से दो सीआईएसएफ जवानों समेत कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई और 120 से ज़्यादा घायल हो गए। इस घटना के बाद अचानक बाढ़ आ गई और बड़े पैमाने पर तबाही मच गई। 220 से ज़्यादा लोग लापता हैं और बचाव दल जीवित बचे लोगों की तलाश में जुटे हैं। यह आपदा हिमालय स्थित माता चंडी मंदिर की मचैल माता यात्रा के मार्ग पर आई, जिससे तीर्थयात्रा मार्ग में अफरा-तफरी मच गई।
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प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा कि जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने और बाढ़ से प्रभावित सभी लोगों के प्रति मेरी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएँ। स्थिति पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। बचाव और राहत अभियान जारी है। ज़रूरतमंदों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। उपराज्यपाल ने सभी प्रभावित परिवारों को आश्वासन दिया कि संकट की इस घड़ी में सरकार उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। वायु सेना को भी बचाव कार्य के लिए सतर्क कर दिया गया है। वह लगातार स्थिति पर नज़र रख रहे हैं।
सिन्हा ने X पर लिखा कि चशोती में बचाव और राहत अभियान पूरे ज़ोरों पर है। लोग और मशीनें घटनास्थल पर तैनात कर दी गई हैं। अन्य टीमें भी रवाना कर दी गई हैं। गृह मंत्री अमित शाह जी को विभिन्न एजेंसियों द्वारा चलाए जा रहे बचाव और राहत अभियानों की जानकारी दी गई है। उन्होंने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा से इस संबंध में बात की है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘चशोती क्षेत्र में बादल फटने की एक बड़ी घटना हुई है, जिससे भारी जनहानि होने की आशंका है। प्रशासन कार्रवाई में तुरंत जुट गया है और बचाव दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है।’’
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अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के बाद मंदिर की वार्षिक यात्रा स्थगित कर दी गई है तथा प्राधिकारी सभी बचाव कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने और बड़े पैमाने पर बचाव एवं राहत अभियान के लिए घटनास्थल रवाना हो गए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दो दल उधमपुर से किश्तवाड़ भेजे गए हैं। उपायुक्त ने कहा, ‘‘इलाके में बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है।’’ वह स्वयं मौके पर पहुंच रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि पहाड़ी की तलहटी में बसी घनी बस्ती में अचानक आई बाढ़ ने कई घरों को प्रभावित किया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस घटना में हुई जानमाल की हानि पर दुख व्यक्त किया।
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