क्योंकि इस अवस्था में ब्लड डोनेट करने की वजह से दूसरा व्यक्ति भी इन संक्रमित बीमारियों की चपेट में आ सकता है। ऐसे में जिन लोगों को हाई बीपी की समस्या है, उनको भी यह जान लेना चाहिए कि वह किस अवस्था में रक्तदान कर सकते हैं।
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हाई बीपी होने पर ब्लड डोनेट
हाई ब्लड प्रेशर में भी ब्लड डोनेट किया जा सकता है। लेकिन ब्लड डोनेट करते समय हाई बीपी के मरीजों को कुछ बातों का खास ध्यान रखना होता है। हालांकि हाई बीपी में ब्लड डोनेट करने में किसी तरह की कोई समस्या नहीं होती है। ऐसा इसलिए भी कहा जाता है, क्योंकि ब्लड डोनेट करने पर ब्लड प्रेशर की दिक्कत एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक में नहीं पहुंच सकती हैं। ऐसे में देखा जाए, तो हाई बीपी में ब्लड डोनेट किया जा सकता है। हालांकि इससे जुड़ी कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
ब्लड प्रेशर रीडिंग
जब हाई बीपी के मरीज ब्लड डोनेट कर हैं, तो उस दौरान उनको अपने ब्लड प्रेशर की रीडिंग के बारे में जानकारी होनी चाहिए। वैसे जो भी ब्लड डोनेट करना चाहता है, उनका पहले बीपी मानिटर किया जाता है। जिससे कि ब्लड डोनेट करने के बाद उनको किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या का सामना नहीं करना पड़े। ब्लड डोनेट करते समय सिस्टोलिक प्रेशर और डायस्टोलिक प्रेशर दोनों को मापा जाता है। वहीं 180/100 एमएम एचजी को सामान्य बीपी रेंज मानी जाती है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति ब्लड डोनेट कर सकता है।
नियमित दवा लें
यदि हाई बीपी के मरीज नियमित रूप से दवा ले रहे हैं, तब वह ब्लड डोनेट करने के लिए सक्षम माने जाते हैं। एक्सपर्ट की मानें, तो ब्लड डोनेट करने के दौरान उनकी ब्लड प्रेशर की रेंज सामान्य होनी चाहिए। जिसका हम पहले भी जिक्र कर चुके हैं। ऐसे में अगर आप भी ब्लड डोनेट करना चाहते हैं, तो आपको अपनी दवा को मिस नहीं करना चाहिए और बीपी भी समय-समय पर मॉनिटर कराते रहना चाहिए।
डॉक्टर से संपर्क करें
जब भी हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीज को ब्लड डोनेट करना हो, तो सबसे पहले उनको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अगर हाई बीपी वाले मरीज को किसी तरह की समस्या है, तो डॉक्टर को इस बारे में बताएं। जिससे कि यह चेक किया जा सके कि व्यक्ति ब्लड डोनेट करने की स्थिति में है या नहीं। वहीं आपको ओवर ऑल हेल्थ की पर्याप्त जानकारी भी होनी चाहिए। वहीं अगर आपको हाइपरटेंशन से जुड़ी दूसरी जटिलताएं हैं, तो आपको हाई बीपी में भी ब्लड डोनेट करने से बचना चाहिए।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
