जेफरी एपस्टीन की फाइलों से सामने आए एक नए पत्र ने अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा दी है। इस पत्र में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का परोक्ष रूप से जिक्र किया गया है, जिसे अब अमेरिकी न्याय विभाग ने पूरी तरह से फर्जी करार दिया है।
क्या है पूरा विवाद?
सामने आए एक हस्तलिखित पत्र में दावा किया गया था कि एपस्टीन ने साल 2019 में यौन अपराधी लैरी नासर को एक संदेश लिखा था। इस पत्र में एपस्टीन ने ‘युवा लड़कियों के प्रति प्यार’ की बात की थी और लिखा था कि हमारे राष्ट्रपति भी युवा, आकर्षक लड़कियों के प्रति हमारे प्यार को साझा करते हैं। चूंकि यह पत्र अगस्त 2019 का बताया जा रहा है जब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति थे, इसलिए विपक्ष और सोशल मीडिया पर इसे लेकर ट्रंप की आलोचना शुरू हो गई।
इसे भी पढ़ें: मां खालिदा जिया बीमार, 17 साल बाद तारिक रहमान की वापसी: बांग्लादेश की सत्ता का संघर्ष!
न्याय विभाग की सफाई
विवाद बढ़ता देख अमेरिकी न्याय विभाग और एफबीआई ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि यह पत्र पूरी तरह नकली है। विभाग ने इसके पीछे कई कारण बताते हुए एक्स पर लिखा, ‘पत्र पर पोस्ट ऑफिस की मुहर एपस्टीन की मौत के तीन दिन बाद की है। पत्र वर्जीनिया से मेल किया गया था, जबकि एपस्टीन उस समय न्यूयॉर्क की जेल में बंद था। पत्र पर वापसी का पता और कैदी नंबर जैसी जरूरी जानकारी गायब है।’
न्याय विभाग ने आगे लिखा, ‘सिर्फ इसलिए कि कोई दस्तावेज विभाग द्वारा जारी फाइलों में शामिल है, इसका मतलब यह नहीं है कि उसके अंदर किए गए दावे सच हैं।’
The FBI has confirmed this alleged letter from Jeffrey Epstein to Larry Nassar is FAKE. The fake letter was received by the jail, and flagged for the FBI at the time. The FBI made this conclusion based on the following facts:
-The writing does not appear to match Jeffrey…
— U.S. Department of Justice (@TheJusticeDept) December 23, 2025
इसे भी पढ़ें: Ukraine के औद्योगिक केंद्र में विसैन्यीकृत क्षेत्र बनाने के लिए तैयार: Zelenskyy
डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिक्रिया
डोनाल्ड ट्रंप ने इन फाइलों के सार्वजनिक होने पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि वे इन दस्तावेजों को जारी करने के पक्ष में नहीं थे, क्योंकि इससे उन निर्दोष लोगों की साख खराब होने का डर है जो सालों पहले सामान्य तौर पर एपस्टीन से मिले थे।
कौन था जेफरी एपस्टीन?
जेफरी एपस्टीन एक अमेरिकी अरबपति था जिस पर नाबालिग लड़कियों की सेक्स ट्रैफिकिंग का गंभीर आरोप था। अगस्त 2019 में जेल के अंदर उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी, जिसे आधिकारिक तौर पर आत्महत्या माना गया।
