देश की सबसे बड़ी अहमदाबाद, असारवा की सिविल हॉस्पिटल जहाँ कैंसर, किडनी, लिवर एव कई गंभीर बीमारी के इलाज के लिए बड़ी तादात में देश के विभिन्न राज्यों से मरीज अपना इलाज करवाने आते है। इन मरीजों एव उनके साथ आए हुए परिजनों के ठहरने एव भोजन की सुविधा के लिए सिविल अस्पताल के सामने दिग्विजय लायंस फाउंडेशन, श्रीमती मनोरमाबेन सी.शाह किडनी फाउंडेशन और श्रीमती उषाबेन दर्दी सहायक ट्रस्ट पिछले 50 सालों से कार्यरत है। इतिहास में कभी न भूलनेवाली अहमदाबाद विमान दुर्घटना में दिन-रात विशिष्ट सेवा करनेवाले इन तीनो ट्रस्ट के सभी पदाधिकारीगण, कर्मचारीगण और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के स्वयंसेवकों को गुजरात के प्रसिद्ध उद्योगपति और समाजसेवी मगनभाई पटेल और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया साथ ही साथ पुलिस के जवान, आर्मी के जवान, 108 की मेडिकल टीम, अग्निशामक दल की टीम की इस महान सेवाकार्य के लिए उनकी सराहना की।
मगनभाई पटेल ने सभी सेवाकर्मियों को बधाई दी और उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर लायंस क्लब के पूर्व गवर्नर डॉ. योगेश दवे और गवर्नर हिरेनभाई मेवाड़ा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। मगनभाई पटेल करीब 40 सामाजिक संगठनों से जुड़े है, इसलिए उन्होंने सभी संगठनों में शोक सभा आयोजित कर विमान दुर्घटना में मारे गए दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। दिनांक 12.06.2024 की दोपहर 1.40 बजे एयर इंडिया का एक विमान आई.जी.पी परिसर स्थित छात्रावास और कैंटीन पर गिरा। यह समाचार मिलते ही तीनों ट्रस्टोंने दोपहर 3 बजे से सुबह 3 बजे तक सभी सेवाकर्मियों, डॉक्टर्स और पुलिस कर्मचारियों को ओ.आर.एस, ठंडा पानी और भोजन के पैकेट वितरित कर के समाज सेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। इस दुर्घटना मे राहत कार्य के दौरान प्रतिदिन सुबह-शाम 300 से भी अधिक फ़ूड पैकेट वितरित किए गए तथा करीब 20,000 पानी की बोतलें भी वितरित की गईं।
मगनभाई पटेल ने आगे बताया कि दिग्विजय लायंस ट्रस्ट के पास लगभग 200 कमरों की सुविधा है, जहां कैंसर, किडनी, लीवर और अन्य बीमारियों के इलाज के लिए एशिया की सब से बड़ी अहमदाबाद, असारवा सिविल अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके रिश्तेदारों को 40 रुपये प्रति कमरा और 30 रुपये में भोजन टोकन दर से दिया जाता है। इस दुखद दुर्घटना के समय दिग्विजय ट्रस्ट द्वारा 200 डॉक्टरों के लिए 100 कमरे डीन मैडम के अनुरोध से तत्काल आवंटित किए गए, जिनमें मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप कर रहे डॉक्टर और पीजी डॉक्टर शामिल थे। मेडिकल कॉलेज का मरामत का काम चलते आज भी लगभग 100 डॉक्टर दिग्विजय परिसर में रह रहे हैं, जो निश्चित रूप से मानवता का एक उत्कृष्ट उदाहरण कहा जा सकता है। साथ ही उन्होंने सिविल अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. राकेशभाई जोशी को हर संभव सेवाएँ प्रदान करने के लिए अपनी तत्परता दिखाई थी। इस सेवा कार्य में तीनों ट्रस्टों के ट्रस्टीगण, चेयरमैन राजेंद्र लालवानी, डॉ. बिपिनभाई शाह, मैनेजिंग ट्रस्टी चिमनभाई शाह और दीपकभाई रावल के साथ सचिव बकुलभाई पंड्या निरंतर उपस्थित रहे और आवश्यक सुझाव एवं मार्गदर्शन प्रदान किया। इस ट्रस्ट द्वारा संचालित पानी की मोबाइल वेन “नीर रथ” के माध्यम से हर दिन 2000 से अधिक लोगों को देर रात तक ओ.आर.एस और पानी उपलब्ध कराया जाता था, जिसका पूरा प्रबंधन मेहुल और निकिता लालवानी द्वारा किया गया था।
मगनभाई पटेल ने कई बार इस ट्रस्ट को आर्थिक सहयोग प्रदान किया है उन्होंने इस ट्रस्ट के कार्यो पर संतोष व्यक्त कर के अपने भाषण के अंत में कहा कि दिग्विजय लायंस ट्रस्ट कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौरान भी गरीब और जरूरतमंद लोगों के साथ खड़ा रहा है। उस समय, कोरोना से मरनेवाले मरीजों के शवों को शव वाहन द्वारा उनके परिवारों तक पहुँचाया गया और आवश्यक चिकित्सा सहायता एव आर्थिक सहायता प्रदान करके, यह ट्रस्ट आज भी सच्चे अर्थों में “जन सेवा ही प्रभु सेवा” के ध्येय वाक्य पर खरा उतर रहा है, जिसे पूरे देश में समाज सेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण कहा जा सकता है। मगनभाई पटेल ने ट्रस्ट के सभी ट्रस्टिगण एव कर्मचारियों को इस समाजोपयोगी कार्यों के लिए बधाई दी और भविष्य में भी यह सेवा कार्य निर्बाध रूप से जारी रहने के लिए मंगल कामना की।