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सरकार भारतीय धरती से अन्य देशों के विरुद्ध राजनीतिक गतिविधियों की अनुमति नहीं देती है। इसलिए, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रेस वक्तव्य गलत है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बुधवार को भारत से आग्रह किया कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए कि उसकी धरती से कोई भी बांग्लादेशी नागरिक बांग्लादेश विरोधी गतिविधि न करे।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बांग्लादेश के उन दावों का कड़ा खंडन किया कि अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग के सदस्य भारतीय धरती पर बांग्लादेश विरोधी गतिविधियाँ चला रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया। भारत सरकार को भारत में अवामी लीग के कथित सदस्यों द्वारा बांग्लादेश विरोधी किसी भी गतिविधि या भारतीय कानून के विरुद्ध किसी भी कार्रवाई की जानकारी नहीं है। सरकार भारतीय धरती से अन्य देशों के विरुद्ध राजनीतिक गतिविधियों की अनुमति नहीं देती है। इसलिए, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रेस वक्तव्य गलत है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बुधवार को भारत से आग्रह किया कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए कि उसकी धरती से कोई भी बांग्लादेशी नागरिक बांग्लादेश विरोधी गतिविधि न करे।
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विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार का ध्यान उन रिपोर्टों की ओर आकर्षित किया गया है जिनमें कहा गया है कि प्रतिबंधित अवामी लीग ने भारत में कार्यालय स्थापित किए हैं। मंत्रालय ने भारतीय अधिकारियों से आग्रह किया कि वे किसी भी तरह से ऐसी किसी भी गतिविधि की अनुमति या समर्थन न दें। इसमें भारतीय धरती पर प्रतिबंधित बांग्लादेश अवामी लीग के राजनीतिक कार्यालयों को तत्काल बंद करने की भी मांग की गई।
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छात्रों के नेतृत्व वाले एक आंदोलन ने 5 अगस्त, 2024 को अवामी लीग की सरकार को उखाड़ फेंका, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और भारत भाग गईं। बयान में कहा गया बांग्लादेशी नागरिकों, खासकर किसी प्रतिबंधित राजनीतिक दल के फरार नेताओं/कार्यकर्ताओं द्वारा, भारतीय धरती पर कानूनी या अवैध रूप से रहकर, कार्यालयों की स्थापना सहित, बांग्लादेश के हितों के विरुद्ध किसी भी प्रकार की राजनीतिक गतिविधि, बांग्लादेश की जनता और राज्य का स्पष्ट अपमान है।
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