हैदराबाद एयरपोर्ट पर 14 अगस्त को सुरक्षा एजेंसियों में तब हड़कंप मच गया जब सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पाकिस्तानी यूज़र की पोस्ट को आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस आधारित सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टूल ने “थ्रेट मेल” के रूप में चिन्हित कर दिया। यह पोस्ट पाकिस्तान में 1998 में हुए एक विमान अपहरण की घटना का ब्यौरा थी, जिसमें “हैदराबाद एयरपोर्ट”, “दिल्ली” और “भुज” जैसे शब्दों का उल्लेख था। वरिष्ठ सतर्कता अधिकारी राकेश कुमार शर्मा ने इस पोस्ट को रिपोर्ट किया और इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों तथा पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी।
15 अगस्त को हैदराबाद एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में पाकिस्तानी सोशल मीडिया यूज़र @omeremran के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। उसके प्रोफ़ाइल में खुद को “एविएशन गीक और हिस्ट्री बफ़” बताया गया है। एफआईआर में भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 351(4) (अनाम संचार द्वारा आपराधिक डराना), 353(2) (जनहित के विरुद्ध बयान) तथा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66D (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी) लगाई गई है।
इसे भी पढ़ें: पाकिस्तानी सेना पर पहली बार भारत का सबसे अजीब हमला, संयुक्त राष्ट्र के सारे देश हो गए हैरान
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, @omeremran की पोस्ट में लिखा था- “25 मई 1998 को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का विमान PK-544 ग्वादर से 33 यात्रियों और 5 क्रू मेंबर के साथ उड़ा। थोड़ी ही देर में बलूच स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन के तीन हथियारबंद सदस्यों ने विमान का अपहरण कर लिया और उसे नई दिल्ली ले जाने की मांग की। लेकिन उसी दिन कमांडो कार्रवाई में अपहरणकर्ताओं को सिंध के हैदराबाद एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया। 17 साल बाद उन्हें फांसी दी गई।”
हालांकि यह ऐतिहासिक घटना का विवरण था और @omeremran के महज़ 350 के आसपास ही फ़ॉलोअर्स हैं, लेकिन पोस्ट को हैदराबाद एयरपोर्ट की सोशल मीडिया निगरानी प्रणाली ने संदिग्ध मान लिया। सूत्रों के अनुसार, विमानन सुरक्षा अधिकारियों और पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से पहले पोस्ट की वास्तविकता की पुष्टि भी नहीं की।