पोलैंड में रूस का ड्रोन हमला अब नाटो और यूरोपीय संघ के लिए एक अग्निपरीक्षा बन गया है। रूस द्वारा यूक्रेन पर पूर्ण आक्रमण के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, वारसॉ ने कहा कि उसने बुधवार तड़के अपने हवाई क्षेत्र में घुस आए 19 रूसी ड्रोनों में से कुछ को मार गिराने के लिए अपने और नाटो विमानों को भेजा। रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि उसकी पोलैंड में किसी भी लक्ष्य पर हमला करने की कोई योजना नहीं है, जबकि वारसॉ के पश्चिमी सहयोगियों ने इस हमले की तुरंत निंदा की, जिसे उन्होंने जानबूझकर और अभूतपूर्व उकसावे वाला बताया। रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि उसने मंगलवार रात यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्रों में सैन्य-औद्योगिक परिसर पर हमले किए हैं और इन हमलों में पोलैंड को निशाना नहीं बनाया गया। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “हम इस मुद्दे पर पोलैंड के रक्षा मंत्रालय के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं।
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पोलैंड ने बताया कि कई रूसी ड्रोन उसके इलाके में घुस आए जिन्हें NATO सहयोगियों की मदद से मार गिराया गया। पोलैंड ने इसे आक्रामक कार्रवाई बताया और कहा कि ये ड्रोन यूक्रेन पर जारी रूस के बढ़े हमले के दौरान भेजे गए थे। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने पोलैंड को निशाना नहीं बनाया। इस घटना पर यूरोप के कई नेताओं का मानना है कि यह सिर्फ गलती नहीं बल्कि जानबूझकर किया गया कदम है, जिससे रूस यूक्रेन की जंग को और बढ़ाना चाहता है। पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने संसद को बताया कि 7 घंटे में 19 बार उल्लंघन हुआ। NATO ने कहा कि पहली बार गठबंधन के जेट्स सीधे अपने हवाई क्षेत्र में खतरे से निपटे।
