राहुल गांधी की एसयूवी के चालक पर 19 अगस्त की घटना के लिए मामला दर्ज किया गया है, जिसमें वाहन ने नवादा में एक पुलिस कांस्टेबल को टक्कर मार दी थी और पुलिसकर्मी के पैर में फ्रैक्चर हो गया था। फिलहाल चालक का नाम और अन्य विवरण तत्काल उपलब्ध नहीं हो सका है। यह घटना दो दिन पहले राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव समेत उनके सहयोगियों की चल रही ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ के दौरान हुई। पुलिस अधीक्षक अभिनव धीमान ने बताया कि आगे की जानकारी समय आने पर साझा की जाएगी। एसपी ने पहले कहा था कि कांस्टेबल काफिले में शामिल एक वाहन के सामने गिर गया, जिससे उसे चोटें आईं।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि कांस्टेबल की पहचान महेश कुमार के रूप में हुई है, जो नवादा उप-विभागीय पुलिस अधिकारी के निजी सुरक्षा अधिकारी थे और यात्रा के सुरक्षा दल का हिस्सा थे। घटना का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें दावा किया गया कि पुलिसकर्मी “गंभीर रूप से घायल” है। वीडियो में, कांस्टेबल को कार के पहियों के नीचे से निकलने के बाद लंगड़ाते हुए देखा जा सकता है। खुली जीप में खड़े राहुल गांधी ने घायल पुलिसकर्मी की मदद के लिए पानी की बोतल ली और अपने समर्थकों को दी। उन्होंने पुलिसकर्मी के पास जाकर उसकी चोट की स्थिति के बारे में भी पूछा।
भारतीय जनता पार्टी ने इस घटना को लेकर कांग्रेस की आलोचना की और दावा किया कि पुलिस कांस्टेबल को “कुचल दिया गया”। पार्टी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस के मार्च का मज़ाक उड़ाते हुए इसे “कुचल जनता यात्रा” कहा। स्थानीय सांसद और भाजपा नेता विवेक ठाकुर ने एक्स पर लिखा कि नवादा में राहुल गांधी के वीआईपी काफिले ने पुलिसकर्मियों पर ही गाड़ी चढ़ा दी! असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा देखिए, जिस पुलिसकर्मी पर गाड़ी चढ़ी, उसे किस प्रकार फेंक कर पानी की बोतल दे रहे हैं। राहुल गांधी जी, घमंड तो रावण का भी नहीं रहा था…!