कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव ने बिहार के अररिया में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय जनता पार्टी, केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर तीखे हमले किए। दोनों नेताओं ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए उसे ‘गोदी आयोग’ करार दिया।
चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अब चुनाव आयोग नहीं रहा, बल्कि गोदी आयोग, भाजपा की एक इकाई बन गया है। उन्होंने कहा कि वे और राहुल गांधी लोकतंत्र और वोट के अधिकार को बचाने के लिए इस यात्रा (वोटर अधिकार यात्रा) पर निकले हैं। तेजस्वी ने दावा किया कि जमीनी स्तर पर उनकी यात्रा के बाद यह साफ हो गया है कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है।
राहुल गांधी ने भी चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उन्होंने कर्नाटक में चुनाव आयोग के सामने फर्जी वोटरों का डेटा रखा था, जिसका जवाब आज तक नहीं मिला। राहुल ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तो चुनाव आयोग ने उनसे एफिडेविट मांगा, जबकि अनुराग ठाकुर ने उसी तरह की प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पर उनसे कोई एफिडेविट नहीं मांगा गया। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि चुनाव आयोग किसके साथ खड़ा है। उन्होंने बिहार में ‘वोट चोरी’ की बात करते हुए कहा कि विपक्ष शिकायत कर रहा है, लेकिन बीजेपी और चुनाव आयोग की ‘साझेदारी’ है, इसलिए बीजेपी कुछ नहीं कह रही है।
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तेजस्वी ने चिराग पासवान पर साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पर तंज कसते हुए कहा कि वे एक व्यक्ति विशेष के हनुमान हैं। इसके जवाब में, राहुल गांधी ने मुस्कुराते हुए कहा कि यह बात मुझ पर भी लागू होती है।
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वोट चोरी पर राहुल ने क्या कहा?
राहुल गांधी ने विपक्षी दलों की एकता पर जोर देते हुए कहा कि हमारे बीच एक बहुत अच्छी साझेदारी बनी है, हम सभी दल एक साथ काम कर रहे हैं, कोई तनाव नहीं है, आपसी सम्मान है, वैचारिक और राजनीतिक रूप से हम एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि इससे ‘बहुत अच्छे परिणाम होंगे, लेकिन वोट चोरी को रोकना होगा।
तेजस्वी यादव ने प्रक्रिया की जटिलता पर सवाल उठाते हुए कहा कि वोट जोड़ने या हटाने की प्रक्रिया में स्पष्टता नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी के साथ है, यही वजह है कि बीजेपी ने कमिश्नर को बचाने के लिए संसद में कानून लाकर उन पर कोई कार्रवाई या मुकदमा न हो सके। उन्होंने कहा कि अब बात जनता तक पहुंच गई है और जनता उन्हें नहीं छोड़ेगी।
