सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला ऑडियो क्लिप सामने आया है जिसमें एक नामी एचडीएफसी बैंक की महिला कर्मचारी फ़ोन पर एक सैन्यकर्मी से बदसलूकी करती हुई दिखाई दे रही है। इंटरनेट यूज़र्स भारतीय सशस्त्र बलों के अधिकारियों के ख़िलाफ़ अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए महिला के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वायरल सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि महिला एचडीएफसी बैंक की कर्मचारी है और लोन विवाद को लेकर सैन्यकर्मी को धमका रही थी और गाली-गलौज कर रही थी।
वायरल क्लिप ने कई लोगों को हैरान कर दिया है, लोगों ने महिला और उसके बैंक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। हालाँकि पोस्ट में दावा किया गया था कि वह एचडीएफसी बैंक में काम करती है, लेकिन बाद में बैंक ने एक बयान जारी कर उससे किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया।
वायरल लोन कॉल: क्या हुआ?
अब वायरल हो रहे ऑडियो में, महिला मामले को पेशेवर तरीके से संभालने के बजाय जवान से सख्ती से बात करती हुई सुनाई दे रही है। उसने कथित तौर पर कहा, “अगर तुम पढ़े-लिखे होते, तो किसी अच्छी कंपनी में काम कर रहे होते। गवार हो इसीलिए तुम्हें बॉर्डर पर भेजा गया। तुम्हारे बच्चे विकलांग पैदा होते हैं, और तुम्हारे जैसे लोग शहीद हो जाते हैं।”
उसने आगे उसे अपमानित करते हुए कहा कि वह कर्ज़ लेकर जी रहा है और ₹15-16 लाख का कर्ज़ लेने के लिए उसका मज़ाक उड़ाया। उसका लहजा आक्रामक था, और उसने उसे उसके खिलाफ कार्रवाई करने की चुनौती भी दी, यह कहते हुए कि वह किसी भी परिणाम से नहीं डरती। यह क्लिप मूल रूप से पत्रकार नवलकांत ने एक्स पर शेयर की थी, जिन्होंने दावा किया था कि महिला मुंबई के एचडीएफसी बैंक में काम करती है। इस पोस्ट ने तेज़ी से ध्यान आकर्षित किया और ऑनलाइन व्यापक आक्रोश फैल गया।
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‘घृणित व्यवहार’
पुरुष अधिकार कार्यकर्ता दीपिका नारायण भारद्वाज ने भी यह पोस्ट शेयर करते हुए कहा, “आपकी कर्मचारी @HDFC_Bank का व्यवहार बहुत ही घिनौना है। वह ऐसे बोल रही है जैसे कर्ज़ लेने वाले लोग भिखारी हों। वह कह रही है कि कर्ज़ लेने वाले सैनिकों के बच्चे विकलांग पैदा होते हैं और फिर शहीद हो जाते हैं। हद है! कृपया उसे नौकरी से निकाल दें।”
नेटिज़न्स ने बर्खास्तगी की मांग की
इंटरनेट यूज़र्स कथित HDFC बैंक से इस कर्मचारी को उसके घिनौने व्यवहार के लिए तुरंत नौकरी से निकालने की मांग कर रहे हैं। एक अन्य यूज़र ने कहा, “यह एक राष्ट्र-विरोधी व्यवहार है। यह भारतीय सशस्त्र बलों की गरिमा और वीरता के लिए हानिकारक कृत्य है। बैंक को इस कर्मचारी को तुरंत नौकरी से निकाल देना चाहिए, चाहे उसके संपर्क कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों।”
सोशल मीडिया पर आक्रोश और कार्रवाई की मांग
इस ऑडियो ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है, कई यूज़र्स ने अविश्वास और गुस्सा व्यक्त किया है। एक यूज़र ने एक्स पर लिखा, “वह एक रक्षाकर्मी का इस तरह अपमान कैसे कर सकती है? एचडीएफसी बैंक को उसे तुरंत नौकरी से निकाल देना चाहिए।” एक अन्य ने टिप्पणी की, “यह राष्ट्र-विरोधी व्यवहार है। सैनिक हमारे लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं, और उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है?” कुछ लोगों ने कहा कि किसी भी स्थिति में अपमानजनक भाषा अस्वीकार्य है, और कहा, “अगर कोई विवाद भी हो, तो किसी को भी इस तरह बोलने का अधिकार नहीं है।”
इस घटना ने इस बात पर बहस छेड़ दी है कि ऋण वसूली एजेंटों और कर्मचारियों को ग्राहकों से बात करने के लिए कैसे प्रशिक्षित किया जाता है, खासकर संवेदनशील मामलों में।
एचडीएफसी बैंक ने आरोपों पर प्रतिक्रिया दी
जैसे ही यह क्लिप वायरल हुई, कई लोगों ने एचडीएफसी बैंक पर इस महिला को नौकरी पर रखने का आरोप लगाया। हालाँकि, बैंक ने एक आधिकारिक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि वह उनकी कर्मचारी नहीं थी। प्रवक्ता ने कहा, “अनुराधा वर्मा नाम से एचडीएफसी बैंक में कोई कर्मचारी नहीं है। ऑडियो में सुनाई देने वाला व्यवहार अस्वीकार्य है और एचडीएफसी बैंक के मूल्यों को नहीं दर्शाता है।”
इस बयान से यह सवाल उठा है कि क्या महिला किसी तृतीय-पक्ष ऋण वसूली एजेंसी के लिए काम कर रही थी, क्योंकि बैंक अक्सर ऋण वसूली के लिए ऐसी एजेंसियों को नियुक्त करते हैं।
Horrendous behaviour by your employee @HDFC_Bank
She’s talking as if people who take loan are beggars. She’s saying kids of soldiers who take loan are born disabled and then become Martyrs
Heights of sickness. Sack her please @crpfindia @RBIpic.twitter.com/PO1zSnpx8p
— Deepika Narayan Bhardwaj (@DeepikaBhardwaj) September 17, 2025
HDFC Bank female employee went to the extreme of misbehaving with a military personnel over a loan
pic.twitter.com/iYMEyBreMQ— Ghar Ke Kalesh (@gharkekalesh) September 18, 2025
