एसजीटी यूनिवर्सिटी के फैशन डिजाइनिंग के छात्रों ने अपना जलवा बिखेरा
एसजीटी यूनिवर्सिटी के फैशन डिजाइनिंग के छात्रों ने अपना जलवा बिखेरा, परिधानम् 2023 के माध्यम से फ़ैशन डिज़ाइन संकाय के छात्रों ने अपना फ़ाइनल ग्रेजुएशन डिज़ाइन कलेक्शन प्रदर्शित किया है। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में माननीय कुलपति – प्रो. (डॉ.) ओ पी कालरा और माननीय अतिथि एवं जूरी प्रमुख के रूप में सुश्री लीना सिंह (प्रख्यात भारतीय फैशन डिजाइनर और लक्जरी महिला फैशन ब्रांड “आशिमा लीना” की मालिक) ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई । इस समारोह में फ़ैशन डिज़ाइन संकाय की सलाहकार श्रुति शर्मा भी अतिथि के रूप में मौजूद रही।
फ़ैशन शो में बच्चों का हुनर देखने लायक था, विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए परिधानों का मनमोहक कलेक्शन प्रदर्शित किया गया। डिज़ाइन कलेक्शन विभिन्न तत्वों से प्रेरित नौ अनुक्रमों में प्रदर्शित किए गए थे। जहां एक छात्र ने चीनी मिट्टी की वस्तुओं पर इस्तेमाल की जाने वाली नीली मिट्टी के बर्तनों की तकनीक से प्रेरणा ली, वहीं दूसरे छात्र ने डेनिम पर पैचवर्क का उपयोग करके स्याही के दाग जैसे सरल विचार के साथ प्रेरित होकर फैशन के लिए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
माननीय कुलपति – प्रो. (डॉ.) ओ पी कालरा, (एसजीटी यूनिवर्सिटी) का कहना था कि जिन बच्चों को फैशन डिजाइन के पाठ्यक्रमों में चुना जाता है, उन्हें शीर्ष स्तर की सुविधाएं दी जाती हैं और गुणवत्ता का ध्यान रखा जाता है। फ़ैशन डिज़ाइन संकाय की सलाहकार श्रुति शर्मा का कहना था कि अभी 15 देशों के बेहतरीन फैशन डिजाइनर एसजीटी यूनिवर्सिटी में आनेवाले है जिससे बच्चो को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। वही मुख्य अतिथि के रूप में पहुंची लीना सिंह का कहना था कि हम फैशन डिजाइनिंग के माध्यम से अपनी संस्कृति को जिंदा रखते है, हम सूती कपड़ो की अच्छी डिजाइनिंग करने के बाद दूसरे देशों में अपने हुनर को भेज सकते है, हमारा मकसद बच्चो में कला के साथ साथ उनके व्यक्तित्व को निखारकर देश हित और समाज हित में प्रयोग करना है ।
सर्वश्रेष्ठ डिज़ाइन कलेक्शन का पुरस्कार तान्या दुबे ने जीता, उसके बाद सबसे रचनात्मक और सबसे व्यावसायिक कलेक्शन का पुरस्कार क्रमशः ललित सिंह और तरुण जलाल ने जीता।
विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) विकास धवन और प्रो वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) अतुल कुमार नासा के साथ-साथ सीईओ श्री अनिल एस कुमार ने सम्मानित अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।