मेरी इंस्टीट्यूट और हेवेन्ली कल्चर वर्ल्ड पीस, रेस्ट्रोशन ऑफ लाईट , दक्षिण कोरिया ने महात्मा एम.के गांधी फाउंडेशन फॉर नॉन वायलेंट पीस संस्था, भारत के साथ मिलकर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
बाल कृष्ण मिश्र
मैनेजमेंट एजुकेशन रिसर्च इंस्टीट्यूट (मेरी कॉलेज), जनकपुरी, नई दिल्ली और हेवेन्ली कल्चर वर्ल्ड पीस, रेस्ट्रोशन ऑफ लाईट (एचडब्ल्यूपीएल) दक्षिण कोरिया ने महात्मा एम.के गांधी फाउंडेशन फॉर नॉन वायलेंट पीस संस्था, भारत के साथ मिलकर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते का मुख्य उदेश्य विश्व में फैले अशांति में यूनेस्को जैसी संस्थाओं के साथ मिलकर शांति का पाठ पढ़ाने और युवाओं को शांति अभियान में भागिदारी करने के लिए जागरूक करना है।
मैनेजमेंट एजुकेशन रिसर्च इंस्टीट्यूट (मेरी कॉलेज) जनकपुरी, नई दिल्ली, राष्ट्र निर्माण गतिविधियों में योगदान के अलावा कानून, प्रौद्योगिकी, व्यापार और वाणिज्य, पत्रकारिता और जन संचार कार्यक्रम प्रदान करता है।
मेरी कॉलेज, जनकपुरी के सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान वाईस प्रसिडेंट प्रो. ललित अग्रवाल और एचडब्ल्यूपीएल, भारत में प्रतिनिधी चेयर पर्सन मिस एलिना किम ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
कार्यक्रम को ऑनलाईन संबोधित करते हुए डॉ. ज्योति महापात्रा, मुख्य सचिव , महात्मा एमके गांधी फाउंडेशन फॉर नॉन वायलेंट पीस संस्था ने कहा कि पूरे विश्व में शांति के लिए, संस्था के लिए और मेरी कॉलेज के लिए यह समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना ऐतिहासिक क्षण है। आज पूरे विश्व में अशांति फैली हुई है। आज की कई स्तरों पर युद्ध जैसी परिस्थितियों में भारत शांति फैलाने का कार्य कर रहा है।
वहीं कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मिस अलिना किम ने कहा कि हमें खुशी है कि मेरी कॉलेज शांति को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य कर रहा है जिसका प्रमाण यह समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होना है।
पूरे विश्व में फैले मानसिक अंशाति को खत्म करने की जरुरत है। हमें अपने मन और दिल से शांति की दिशा में कार्य करने की जरूरत है। जबतक हमारा मानसिक बदलाव नहीं होगा, तबतक हम शांति के बारे में बात नहीं कर सकते। आज विश्व अशांति की राह पर चल रहा है और युद्ध की भाषा बोल रहा है, इसका मुख्य कारण हमारे मन का अशांत होना है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेरी कॉलेज के वाईस प्रेसिडेंट प्रो. ललित अग्रवाल ने एचडब्ल्यूपीएल को धन्यवाद देते हुए कहा कि वातावरण को देखते हुए यह बहुत जरूरी हो जाता है कि विश्व में शिक्षण संस्थान आगे बढ़कर शांति प्रेरित शिक्षा को प्रोत्साहित करे और युवा वर्ग को एक सकारात्मक दिशा प्रदान करे। उन्होंने कहा कि आज चुनौतियों भरा महौल है। ऐसे में मानव विकास की बहुत जरूरत है। शांति शिक्षा से हम ना केवल युवाओं को शांति का पाठ पढ़ा सकते हैं हैं बल्कि विश्व का कल्याण कर सकते है।
मिस विक्टोरिया मुतुम ने मेरी कॉलेज, एचडब्ल्यूपीएल और महात्मा एमके गांधी फाउंडेशन फॉर नॉन वायलेंट पीस संस्था को धन्यवाद देते हुए कहा कि हम सभी को अपने मन और दिल से शांति का बात करने की जरूरत है।
कार्यक्रम के अंत में मेरी कॉलेज, जनकपुरी के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. नुतन भारती ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान मेरी कॉलेज की डीन प्रो. डॉ. दीपशिखा कालरा, डॉ. रितु अग्रवाल, प्रो. आर.के. अग्रवाल सहित सभी वरिष्ठ सदस्य और विभिन्न विभागों के प्राचार्य व शिक्षकगण मौजुद रहे।