कुशीनगर कलेक्ट्रेट और विकास भवन में पेयजल संकट, आरओ मशीनें खराब, बोतल का पानी खरीदने को मजबूर लोग

कुशीनगर: जिला मुख्यालय पर शुद्ध पेयजल की समस्या गंभीर रूप ले चुकी है। कलेक्ट्रेट और विकास भवन परिसर में स्थापित आरओ (रिवर्स ऑस्मोसिस) मशीनें लंबे समय से खराब पड़ी हैं, जिससे सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ आम नागरिक भी परेशान हैं। भीषण गर्मी में लोगों को शुद्ध और ठंडा पानी नहीं मिल पा रहा, जिस कारण उन्हें बोतल का पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है।
विकास भवन की हालत सबसे खराब
विकास भवन में स्थित 21 विभागों के 57 कार्यालयों में प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। यहां भूतल पर लगी आरओ मशीन गंदगी के कारण बंद पड़ी है। आम नल का पानी पीने लायक नहीं है। कई कार्यालयों में कर्मचारी खुद अपनी व्यवस्था से पानी ला रहे हैं।
कलेक्ट्रेट परिसर में भी वही हाल
कलेक्ट्रेट मुख्य गेट पर लाखों रुपये की लागत से लगाई गई आरओ मशीन से पानी की सप्लाई बंद है। परिसर के अंदर लगी कई आरओ मशीनों में से केवल एक-दो ही काम कर रही हैं। आम लोगों को इन तक पहुंचने में भी परेशानी होती है। जिले भर से लोग प्रशासनिक कार्यों के लिए जिला मुख्यालय पहुंचते हैं, लेकिन पानी की बुनियादी सुविधा भी उपलब्ध नहीं है।
डीएम आवास और जिला विकास भवन में भी व्यवस्था चरमराई
डीएम आवास परिसर और जिला विकास भवन में भी आरओ मशीनें या तो बंद हैं या गंदा पानी दे रही हैं। इन स्थानों पर लाखों रुपये खर्च कर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई थी, लेकिन देखरेख के अभाव में हालात खराब हो चुके हैं।
प्रशासन का आश्वासन
अपर जिलाधिकारी वैभव मिश्रा ने बताया कि गर्मी शुरू होने से पहले सभी स्थानों पर शुद्ध और ठंडा पानी उपलब्ध कराने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी खराब मशीनों की जांच कराकर उन्हें जल्द दुरुस्त कराया जाएगा।गर्मी के इस मौसम में जिला मुख्यालय पर शुद्ध पेयजल की अनुपलब्धता न सिर्फ कर्मचारियों बल्कि आम नागरिकों के लिए भी गंभीर चिंता का विषय बन गई है। जरूरत है कि प्रशासन जल्द कार्रवाई करे, ताकि लोग पीने के पानी जैसी मूलभूत सुविधा के लिए परेशान न हों।