एनसीयू लाइब्रेरी में पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन
हिंदी दिवस भारत की सांस्कृतिक समृद्धि और विविधता का जश्न मनाने का एक अवसर है, जिसमें राष्ट्र के लिए भाषा के महत्व पर जोर दिया जाता है। इस दिन का उद्देश्य देश के बहुभाषी ताने-बाने का सम्मान करते हुए हिंदी के उपयोग का सम्मान करना भी है। हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन बहुत महत्व रखता है क्योंकि यह उस क्षण की याद दिलाता है जब भारत की संविधान सभा ने औपचारिक रूप से हिंदी को राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया था।
नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी ने 13 सितंबर 2024 को हिंदी पुस्तकों की पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया और एनसीयू के लाइब्रेरियन डॉ. अनिल कुमार झरोटिया ने सभी छात्रों, स्टाफ और संकाय सदस्यों को इस प्रदर्शनी के बारे में सूचित किया और कई छात्र, स्टाफ और संकाय सदस्य इसे देखने के लिए लाइब्रेरी आए और उन्हें पता चला है कि एनसीयू लाइब्रेरी में हिंदी पुस्तकों का समृद्ध संग्रह है। नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी के छात्रों, स्टाफ और लाइब्रेरी कमिटी की चेयर पर्सन डॉक्टर वंदना खन्ना और अन्य संकाय सदस्यों ने प्रदर्शनी में अपनी रुचि के अनुसार हिंदी पुस्तकें पढ़ीं।
संविधान सभा ने 14 सितंबर सन् 1949 को भारत की राजभाषा को हिंदी को स्वीकार किया। इसके बाद संविधान में उल्लेख 343 से 351 तक राजभाषा के संबंध में व्यवस्था की गई। इसकी स्मृति को ताज़ा रखने के लिए 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है।