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एनसीयू लाइब्रेरी ने किया ई-डेटाबेस पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन


एनसीयू के केंद्रीय पुस्तकालय (एलआईआरसी) ने 11-13 जून, 2024 को “एक्सेस से एक्शन तक: प्रभावी शिक्षण और शोध के लिए एनसीयू लाइब्रेरी ई-रिसोर्स की खोज” शीर्षक से तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया है।
पहले दिन 11 जून को लाइब्रेरी समिति की अध्यक्ष डॉ. वंदना खन्ना ने परिचय सत्र की अध्यक्षता की। उन्होंने सभी संकाय सदस्यों और शोधार्थियों को एनसीयू लाइब्रेरी के ई-डेटाबेस, ई-बुक्स और वेब ओपेक कोहा सॉफ्टवेयर सहित विभिन्न ई-रिसोर्स के बारे में बताया।
श्री ईश्वर सिंह ने वीपीएन, (VPN) वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के बारे में बताया। इस वीपीएन के माध्यम से उपयोगकर्ता एनसीयू लाइब्रेरी के सभी सब्सक्राइब किए गए डेटाबेस को 24×7 किसी भी समय ई-रिसोर्स को अपने लैपटॉप पर पढ सकते हैं। नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी के लाइब्रेरियन डॉ. अनिल कुमार झरोटिया ने संकाय सदस्यों, शोधार्थियों और लाइब्रेरी कर्मचारियों को डेलनेट के बारे में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया, उन्होंने बताया कि हम डेलनेट के माध्यम से ई-बुक्स, जर्नल्स, न्यूजपेपर्स, ऑनलाइन लेक्चरर्स आदि कभी भी पढ़ और देख सकते हैं।
दूसरे दिन, 12 जून 2024 को सुश्री अल्पना सागवाल और श्री इंद्रेश स्प्रिंगर नेचर डेटाबेस के वक्ता और प्रशिक्षक थे, उन्होंने इंजीनियरिंग ई-रिसोर्स का प्रशिक्षण दिया और उन्होंने बताया कि फैकल्टी स्प्रिंगर प्रकाशन में अपना शोध लेख प्रकाशित कर सकती है। श्री रितेश और श्री संजय गोस्वामी एब्स्को (EBSCO) डेटाबेस के वक्ता और प्रशिक्षक थे, उन्होंने फैकल्टी सदस्यों और शोधार्थियों को एब्स्को डेटाबेस पर आवश्यक लेखों की खोज करना सिखाया और एब्स्को के बारे में पूरी जानकरी दी।
तीसरे दिन 13 जून 2024 को श्री विजय प्रताप सिंह ने सभी संकाय सदस्य, अनुसंधान विद्वान और लाइब्रेरी के सभी स्टाफ को वेब ओपेक (OPAC) कोहा लाइब्रेरी सॉफ्टवेयर का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। ओपेक के माध्यम से, उपयोगकर्ता एनसीयू लाइब्रेरी द्वारा सब्सक्राइब किए गए ई-डेटाबेस तक भी पहुँच सकते हैं। सभी उपयोगकर्ता लाइब्रेरी से ली हुई किताबों को फिर से ओपेक के माध्यम से अपने आप जारी कर सकते हैं। सभी उपयोगकर्ता अपने स्मार्ट मोबाइल फोन पर वेब ओपेक के माध्यम से एनसीयू लाइब्रेरी तक पहुँच सकते हैं।
श्री संजय रंजन, प्रोक्वेस्ट (ProQuest) डेटाबेस के प्रशिक्षण प्रबंधक थे, उन्होंने प्रोक्वेस्ट डेटाबेस के बारे में आवश्यक जानकारी दी और संकाय सदस्यों ने डेटाबेस के बारे में प्रश्न पूछे और संजय रंजन ने व्यावहारिक ज्ञान के साथ उत्तर दिए।
सुश्री लिपिका मलहन, वेस्ट लॉ एशिया (Westlaw Asia) डेटाबेस की ट्रेनिंग मैनेजर थीं, उन्होंने वेस्ट लॉ एशिया और क्लासिक दोनों के बारे में विस्तार से बताया। वेस्ट लॉ के माध्यम से हम अंतर्राष्ट्रीय समाचार पत्र और पत्रिकाएँ भी पढ़ सकते हैं।
यह कार्यशाला सभी के लिए बहुत लाभदायक रही, खासकर नए संकाय सदस्यों, पुस्तकालय कर्मचारियों और पीएचडी शोधार्थियों के लिए, क्योंकि इससे प्रतिभागियों को एनसीयू पुस्तकालय में उपलब्ध विभिन्न डेटाबेस तक पहुँच सकते हैं और शिक्षण और शोध के लिए उनका कुशलतापूर्वक उपयोग भी कर सकते है।
डॉ. अनिल कुमार झरोटिया द्वारा सभी आमंत्रित वक्ताओं और प्रशिक्षकों को ई-डेटाबेस को समझाने के लिए धन्यवाद दिया और सभी फैकल्टी मेंबर्स और रिसर्च स्कॉलर्स का भी धन्यवाद किया कि जो इस वर्कशॉप में शामिल हुए और सभी वक्ताओं को एनसीयू स्मृति चिन्ह प्रदान किए।

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