आईआईटीएम में “एनक्टिंग जेंडर इक्विटी : अंडरस्टैंडिंग एंड ऍप्लायिंग रेगुलेशन 16 एंड एआईसीटीइ स्टैंडर्ड्स ” विषय पर कार्यशाला आयोजित
नई दिल्ली , 30 अप्रैल 2024 | आईआईटीएम के आंतरिक शिकायत समिति एवं एनएसएस के सहयोग से “एनक्टिंग जेंडर इक्विटी : अंडरस्टैंडिंग एंड ऍप्लायिंग रेगुलेशन 16 एंड एआईसीटीइ स्टैंडर्ड्स ” विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला आयोजन किया गया| छात्रों के बीच बेहतर संबंधों और समानता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया था |
कार्यशाला का शुभारंभ संस्थान निदेशक प्रो. डॉ रचिता राणा, मुख्य वक्ता प्रो. नमिता राजपूत (श्री औरोबिंदो कॉलेज , दिल्ली विश्वविद्यालय), डॉ वंदना राघव (चेयरपर्सन,आंतरिक शिकायत समिति ,आईआईटीएम) एवं सुश्री पारुल शर्मा (सदस्य,आंतरिक शिकायत समिति) द्वारा दीप प्रज्जवलित करके किया गया | कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. नमिता राजपूत (श्री औरोबिंदो कॉलेज , दिल्ली विश्वविद्यालय) ने वर्तमान समाज में लैंगिक विभेद पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ” लैंगिक समानता का अर्थ यह नहीं कि समाज का प्रत्येक व्यक्ति एक लिंग का हो अपितु लैंगिक समानता का सीधा सा अर्थ समाज में महिला तथा पुरुष के समान अधिकार, दायित्व तथा रोजगार के अवसरों के परिप्रेक्ष्य में है”। उन्होंने आगे बताया कि सितंबर, 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्च स्तरीय बैठक में एजेंडा 2030 के अंतर्गत 17 सतत विकास लक्ष्यों को रखा गया, जिसे भारत सहित 193 देशों ने स्वीकार किया। इन लक्ष्यों में सतत विकास लक्ष्य 5 के अंतर्गत लैंगिक समानता के विषय को भी शामिल किया गया है ,और आज के परिपेक्ष में समाज के विकास के लिये लैंगिक समानता अति आवश्यक है।
कार्यक्रम के अंत में डॉ वंदना राघव (चेयरपर्सन,आंतरिक शिकायत समिति, आईआईटीएम) ने धन्यवाद ज्ञापित किया | इस मौके पर एमबीए, एमसीए बीए(जेएमसी), बीबीए, बीसीए के समस्त शिक्षक गण और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे |